रविवार, 4 अप्रैल 2021

माया के गंगा

                


             मया के गंगा
हमार माया के गंगा ला बहाई देनाओ
 मोर दिल के रानी प्यास बुझाई देना ओ
  तोता ला मैना कहय आबे ग  मोर गांव 
एके संगमा मीत करबो एके रुख के छाव 
 एके खोधरा म जिंदगी ला बिताई लेते न 
हमर माया के गंगाला बहाई देना ओ
मोर दिल के रानी प्यास ल बुझाई देना ओ 
अमर होगे लैला मजनू प्रेम के कहानी मा 
याद कर ले ताजमहल ओ प्रीत के निशानी ला 
संगी दुनिया मा ऐमन अमर होगे ना 
हमार माया के गंगा ला बहाई देनाओ
 मोर दिल के रानी प्यास बुझाई देना ओ